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मै‍थुन के गंभीर परिणाम भी

Masturbation
 
एक समय था जब मैथुन करना पाप माना जाता था, लेकिन आज के आधुनिक परिवेश में इसकी परिभाषा एकदम बदल गई है। जी हां आज मैथुन को अपनी सेक्‍स की भूख को मिटाने और यौन सुख का अहसास करने का एक सुरक्षित माध्‍यम माना जाता है। मैथुन के कोई दुष्‍प्रभाव नहीं हैं, लेकिन यदि आपने इसमें गलत ढंग अपनाया, तो परिणाम गंभीर भी हो सकते हैं।

अधिकांश पुरुष बहुत कम मैथुन करते हैं। कई बार शादी-शुदा पुरुष जो अपनी पत्‍नी से दूर रहते हैं, वो भी मैथुन करते हैं। टीन एज में मैथुन की शुरुआत की सबसे ज्‍यादा संभावना होती है और ऐसा होने पर टीनेजर्स को दिन में बार-बार मैथुन करने का मन करता है। आम तौर पर मैथुन करने में पुरुष अपने हाथ का प्रयोग करते हैं। लेकिन कई बार गलत ढंग से या ज्‍यादा मैथुन करना भी महंगा पड़ सकता है।

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कई बार घर में अकेले होने पर पुरुष अपने साथ प्रयोग करने की सोचते हैं। वो संभोग का अहसास प्राप्‍त करने के लिए वैक्‍यूम क्‍लीनर, पाइप, या कोई भी गड्ढे वाली चीज का प्रयोग करते हैं, जो की बहुत ज्‍यादा हानिकारक है। इससे लिंग की मासपेशियों में तगड़ा खिंचाव होता है और लिंग पर स्‍वेलिंग आने लगती है। इससे घाव भी हो सकते हैं।

यही नहीं आमतौर पर जब कोई युवक मैथुन की शुरुआत करता है, तो उसे बार-बार करने का मन करता है। यदि वो घर में अकेला हुआ तो वो हर घंटे पर मैथुन करता है। लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। हर घंटे या जल्‍दी-जल्‍दी मैथुन करने से भी लिंग की मासपेशियों में वीर्य के पहले निकलने वाला द्रव मासपेशियों में चला जाता है, जिस वजह से लिंग में सूजन आ जाती है। यह सूजन तबतक रहती है, जबतक वो द्रव वापस रक्‍त में नहीं चला जाता। इसे 'ओडीमा' कहते हैं।

मैथुन के वक्‍त यदि आप आपने लिंग को कस कर दबाते हैं, या उसे मोड़ने के प्रयास करते हैं, तो वो हानिकारक हो सकता है। इससे 'पायरोनी' नाम की बीमारी हो सकती है। यही नहे पेनाइल फ्रेक्‍चर भी हो सकता है। यानी आपके लिंग की मासपेशियां टूट सकती हैं।

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पायरोनी होने पर लिंग टेढ़ा हो जाता है। मासपेशियों में तनाव होने की स्थिति में आप उसके टेढ़ेपन को आसानी से देख सकते हैं। ऐसे में लिंग में दर्द होता है और हालांकि लिंग टेढ़ा होने के और भी कारण हैं। वहीं पेनाइल फ्रेक्‍चर होने पर लिंग तुरंत ढीला पड़ जाता है और तेज दर्द उठता है। यह एक गंभीर चोट के समान है, जिसे ठीक होने में लंबा समय लग सकता है।



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Story first published: Thursday, February 25, 2010, 19:12 [IST]

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