यह भी अनुमान सामने आया है कि चुंबन के दौरान यह हारमोन मुंह के जरिए एक-दूसरे के शरीर में स्थानांतरित होता है और तत्काल असर करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस शोध से यह बात सामने आई है कि चुंबन दरअसल कहीं ज्यादा जटिल शारीरिक प्रक्रिया है और यह हारमोनल परिवर्तन के लिए जिम्मेदार भी है। उनका कहना है कि चुंबन से एक साथ बहुत कुछ घटित होता है जिसका विश्लेषण किए जाने की जरूरत है।
बहरहाल विशेषज्ञ अब यह जानना चाहते हैं कि महज दो होठों के स्पर्श से कैसे दिमाग को इतना जबरदस्त इमोशनल रिस्पांस देता है। लिहाजा चुंबन के बारे में रिसर्च अब हारमोन्स के स्तर पर चल रही है।
इस सिलसिले में 15 जोड़ों में लड़कों के साथ और लड़कियों के साथ आक्सीटॉनिक और कोर्टीसोल हारमोन का लेवेल चुंबन से पहले और चुंबन के बाद जांचा गया। पाया गया कि चुंबन के बाद आक्सीटॉनिक जो कि व्यक्ति में एक-दूसरे के करीब आने की इच्छा उत्पन्न करता है उसका स्तर बढ़ा हुआ था और कोर्टीसोल जो कि तनाव पैदा करने वाला हारमोन है उसका स्तर गिरा गया था। बहरहाल अभी यह रिसर्च जारी है और उम्मीद है कि चुंबन- जो कि अपने भीतर प्रेम और सेक्स के कई राज छुपाए हुए है- जल्दी प्रेमियों के सामने आ जाएंगे।
वैसे वैज्ञानिकों के लिए भले ही चुंबन इस वक्त अजूबा हो मगर इसके असर की चर्चा तो सदियों से रही है। विलियम शेक्सपियर ने रोमियो और जुलिएट में प्रथम चुंबन की अभिव्यक्त को रोमियो के माध्यम से बहुत खूबसूरत ढंग से कहलवाया है। जब रोमियो कहता है, "Sin from thy lips? O trespass sweetly urged! Give me my sin again."
कामसूत्रः सर्वे से यह बात सामने आई है कि 34 के आसपास उम्र वाली महिलाएं पर-पुरुष से शारीरिक संबंध बनाने में नहीं हिचकतीं..