कई बार लोग यौन क्रिया से पहले अपने प्राइवेट पार्ट्स पर तेल लगाना पसंद करते हैं। ऐसा इसलिये क्‍योंकि तेल लगाने से लिंग में और अधिक कड़ापन आ जाता है, वहीं योनि के अंदर का भाग भी बेहद चिकना हो जाता है। इससे पुरुष और महिला दोनों को अलग सुख की प्राप्ति होती है। लेकिन हां ध्‍यान रहे इस कार्य के लिये कभी नारियल के तेल का प्रयोग मत कीजियेगा।
नारियल का तेल वैसे तो बेहद फायदेमंद होता है, लेकिन यदि आप यौन क्रिया के दौरान चरम सुख प्राप्‍त करने के लिये इसे लुब्रीकेंट के तौर पर प्रयोग करना चाहते हैं, तो हम आपको सलाह देंगे कि ऐसा मत करें। क्‍योंकि लुब्रीकेंट के के तौर पर इसका प्रयोग आपको नुकसान पहुंचा सकता है। इसकी जगह पर आप सरसों का तेल या पेट्रोलियम जेली लगा सकते हैं।
यहां तक पढ़ने के बाद भी अगर आपको लगता है कि नारियल का तेल ही बेहतर है, तो चलिये हम आपके इस भ्रम को दूर करते हैं।
पहला तथ्‍य: हाल ही में हुए एक शोध के अनुसार नारियल के तेल में कोमेडोजेनिक गुण होते हैं, यानि यह जरा भी ठंडा होने पर जमने लगता है। ऐसे में यदि आप यौन क्रिया के वक्‍त नारियल के तेल का प्रयोग करते हैं, तो बाद में यह आपकी योनि के अंदर जम सकता है। जिससे संक्रमण का खतरा रहता है।
दूसरा तथ्‍य: नारियल का तेल एंटीमाइक्रोबियल होता है। यानी यह बेक्‍टीरिया को मारने का काम करता है। योनि के अंदर कई प्रकार के बेक्‍टीरिया हमेशा बने रहते हैं। उनमें से कई बेक्‍टीरिया अंदर के वातावरण को स्‍वस्‍थ्‍य बनाने का काम करते हैं और स्‍वास्‍थ्‍य के लिये अच्‍छे होते हैं। नारियल के तेल से उन बेक्‍टीरिया को नुकसान पहुंच सकता है। और ऐसा होने पर योनि के अंदर के भाग में संक्रमण हो सकता है।
तीसरा तथ्‍य: सर्दियों के मौसम में नारियल के तेल का प्रयोग और भी ज्‍यादा खतरनाक हो सकता है। क्‍योंकि अगर उसकी परत योनि के अंदर जम गई, तो बार-बार धोने के बावजूद हटती नहीं।
ध्‍यान देने योग्‍य बातें- अब तक यदि आप नारियल के तेल का प्रयोग करती आ रही हैं, तो घबराइये मत। बस आज से इसका प्रयोग बंद कर दीजिये।