मोबाइल सेक्‍स में स्‍कूल से लेकर कॉलेज जाने वाले बच्‍चे तक भी शामिल होते हैं। रात में जब ये लोग आपस में बात करते हैं तो वे उत्‍तेजना से लबरेज हो जाते हैं। जिस तरीके से साथ होने पर सेक्‍स किया जाता है उसी प्रकार मोबाइल पर सेक्‍स को बातों के माध्‍यम से किया जाता है। सेक्‍स के दौरान जो क्रियाएं की जाती हैं मोबाइल सेक्‍स के दौरान उन्‍हीं बातों को किया जाता है।
टीनएजर्स और युवा मोबाइल पर सेक्‍स करते हुए ही रियल सेक्‍स की तरफ बढ़ते हैं। एक सर्वे के मुताबिक ज्‍यादातर टेलीकॉम कंपनियों के नाइट टैरिफ प्‍लान की बिक्री बाकी टैरिफ से अधिक है। इन टैरिफ की मदद से युवा मोबाइल सेक्‍स करते हैं। कहते हैं कि सेक्‍स को दिमाग से नियंत्रित किया जाता है। जब मोबाइल पर सेक्‍स किया जाता है तो इसमें दिमाग पूरी तरह से शामिल होता है। अक्‍सर युवा और टीनएजर्स इसमें उतना ही आनंद उठाते हैं जितना असल में सेक्‍स करते हुए उठाया जाता है।