कंडोम का इस्‍तेमाल करने वाले लोग हमेशा इस बात से निश्चिंत रहते हैं, कि इससे वो यौन संक्रमित रोगों से बचे रहेंगे, लेकिन क्‍या आप कंडोम पर पूरा भरोसा कर सकते हें। हाल ही में हुए एक अध्‍ययन में पाया गया कि सिर्फ 85 प्रतिशत कंडोम ही प्रेगनेंसी और यौन संक्रमित रोगों को रोकने में सफल होते हैं।
अध्‍ययन के मुताबिक घटिया क्‍वालिटी के कंडोम का संभोग के दौरान फटने का डर रहता है, लिहाजा कंडोम की क्‍वालिटी से समझौता नहीं करना चाहिए।
प्रेगनेंसी रोकना: अनचाही गर्भावस्‍था से रोकने का सबसे अच्‍छा साधन कंडोम है, लेकिन कई बार वो भी खराब निकल जाता है। यदि आपको लगे कि कंडोम के इस्‍तेमाल के बावजूद आप गर्भवती हो सकती हैं, तो तुरंत डॉक्‍टर से सलाह लेकर गर्भनिरोधक गोलियां लें। लेकिन हां बिना डॉक्‍टर की सलाह के बगैर गोलियां कभी मत लें, वो आपके प्रजनन तंत्र को हानि पहुंचा सकती हैं।
कई बार लोग बिना कंडोम के संभोग शुरू कर देते हैं और जब रतिनिष्पित्‍त का वत आता है, तब कंडोम लगाते हैं। चिकित्‍सकों के मुताबिक इस तरह से प्रेगनेंसी को नहीं रोका जा सकता है। कई बार वीर्य के निकलने से पहले वाले सफेद द्रव्‍य के साथ कुछ शुक्राणु आ जाते हैं, जो गर्भधारण के लिए पर्याप्‍त हो सकते हैं। लिहाजा अनचाही गर्भावस्‍था से बचने के लिए संभोग की शुरुआत से ही कंडोम का प्रयोग करना चाहिए।
एचआईवी को रोकना: यदि आप या आपकी पार्टनर एचआईवी से ग्रसित हैं, तो भी कंडोम पूरी तरह सुरक्षित साधन नहीं है। क्‍योंकि संभोग के दौरान निकलने वाला द्रव्‍य आपके यौन अंगों तक आसानी से पहुंच सकता हैं, जो संक्रमण फैला सकते हैं।
यही नहीं कई यौन रोग ऐसे भी होते हैं, जो त्‍वचा के स्‍पर्श से भी फैलते हैं, लिहाजा उनमें भी कंडोम फायदेमंद साबित नहीं होता। इसलिए कंडोम के इस्‍तेमाल के बाद भी सतर्क रहें तो अच्‍छा होगा।