1. गर्भवती न होने का भ्रम
पुरुष सोचते हैं कि संभोग के दौरान चरम सीमा तक पहुंचने से पहले यदि अगर वो अपना लिंग बाहर निकाल लेते हैं, तो उससे उनकी पार्टनर गर्भवती नहीं होगी। जबकि ऐसा नहीं है। चरम सीमा यानी रति निष्‍पत्ति से पहले निकलने वाले तरल पदार्थ में भी शुक्राणु मौजूद होते हैं, जो लड़की को प्रेगनेंट करने के लिए पर्याप्‍त होते हैं। लिहाजा कंडोम का इस्‍तेमाल ही बेहतर उपाय है।
2. किसी और के बारे में सोचना
तमाम पुरुष सोचते हैं कि संभोग के दौरान किसी अन्‍य स्‍त्री के बारे में सोचना गलत है। लेकिन ऐसा नहीं है। इससे आपकी वफादारी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। जबकि यह कई बार आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। खासतौर से तब जब आप जरा भी सेक्‍स के मूड में नहीं हों।
3. सेक्‍स से पहले ही चरम पर पहुंचना
कई पुरुष, खासतौर से 25 से 30 की उम्र वाले यह सोचते हैं कि संभोग से पहले रति निष्‍पत्ति से उनकी सेक्‍सुअल हेल्‍थ खराब होती है। या वो यौन रूप से पूरी तरह सशक्‍त नहीं हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। शुरू में समय से पहले चरम पर पहुचना स्‍वाभाविक है। हां यदि आगे चलकर भी ऐसा होता है, तब सोचने का विषय है।
4. ओरल सेक्‍स बेहतर
तमाम पुरुष मानते हैं कि संभोग से ओरल सेक्‍स बेहतर होता है। ओरल सेक्‍स यानी गुप्‍तांग को मुंह के संपर्क में लाना होता है। ऐसा नहीं है ओरल सेक्‍स से भी यौन जनित रोगों के फैलने का खतरा होता है। ऐसे में यदि आपके मुंह में कहीं भी कट है, तो पार्टनर के गुप्‍तांग से निकलने वाले पदार्थ के माध्‍यम से यौन जनित रोग आसानी से प्रवेश कर सकते हैं।
5. खाने की चीजों से कामोत्‍तेजना
कई लोग सोचते हैं कि अपनी पार्टनर को चॉकलेट, मिठाई, स्‍ट्रॉबेरी, आदि खिलाने से कामोत्‍तेजना बढ़ती है। लेकिन ऐसा नहीं है। यह एक भ्रम है। सेक्‍स से पहले साथ खाने से सिर्फ प्रेम बढ़ता है। क्लिक करें- इस लेख का शेष भाग