दुनिया भर में कई सारी दवाएं हैं, जिनके साइड इफेक्‍ट यानी दुष्‍प्रभाव किसी पर भी हो सकते हैं। लेकिन क्‍या आपको पता है, ये साइड इफेक्‍ट आपकी सेक्‍स लाइफ पर भी पड़ सकते हैं। ये आपके अंदर सेक्‍स करने की क्षमता को कम कर सकते हैं या फिर घटा सकते हैं। खास बात यह है कि इन साइड इफेक्‍ट्स के बारे में आपको डॉक्‍टर कभी नहीं बताएंगे। इस मामले में आपको खुद अपना ध्‍यान रखना होगा।
अब आप सोच रहे होंगे, कि सेक्‍स लाइफ पर साइड इफेक्‍ट के बारे में हमें कैसे पता चल सकता है। तो उसके जवाब आपको नीचे जरूर मिल जाएंगे। यह ध्‍यान आपको तभी रखना होगा, जब आप किसी रोग का नियमित इलाज कर रहे हैं, या फिर आप किसी लंबे इलाज से गुजर रहे हैं। छोटी-मोटी बीमारियों जैसे सर्दी, खांसी, जुखाम, बुखार, आदि की दवाओं का प्रभाव आम तौर पर यौन क्षमता पर नहीं पड़ता। तो अगर आप किसी बड़ी बीमारी का इलाज करवा रहे हैं, तो निम्‍न बातों का ध्‍यान अवश्‍य रखें-
1. दवाओं के बारे में पूर्ण जानकारी- जब भी डॉक्‍टर आपको कोई ऐसी दवा लिखे जो आपको लंबे समय तक लेनी है, या फिर एक महीने से ज्‍यादा समय तक लेनी है, तो उसके बारे में पूर्ण जानकारी एकत्र करने के प्रयास करें। इसका सबसे अच्‍छा स्रोत इंटरनेट है। सर्च इंजन में जाकर दवा का नाम लिखें, और उसके बारे में जानकारी प्राप्‍त करें।
आम तौर पर बड़ी फार्मा कंपनियां दवाओं के साइड इफेक्‍ट्स के बारे में अपनी वेबसाइट पर लिख देती हैं। यदि आपको ऐसी कोई जानकारी मिले, तो तुरंत अपने डॉक्‍टर को बताएं और दवा बदलने के लिए कहें।
2. इलाज शुरू होने के बाद यदि आपकी सेक्‍स के प्रति रुचि घट जाती है तो भी डॉक्‍टर को बिना झिझक बताएं। जरूरी नहीं है कि दवा का सीधा असर आपके यौन अंगों पर पड़ रहा हो, हो सकता है दवा की वजह से ब्‍लड प्रेशर बढ़ जाता हो, या फिर आप ज्‍यादा तनाव में रहने लगें। इन बातों का प्रभाव भी सेक्‍स लाइफ पर पड़ता है।
3. दवा शुरू होने के बाद यदि आप को रतिनिष्‍पत्ति यानि संभोग की चरमसीमा तक पहुंचने में दिक्‍कत होने लगे तो वो भी दवा का साइड इफेक्‍ट हो सकता है। आम तौर पर ऐसा असर तुरंत नहीं दिखाई देता है। बेहतर होगा, इलाज के दौरान सेक्‍स करते वक्‍त इस बात का ध्‍यान रखें, अगर समस्‍या बढ़ती दिखाई दे, तो तुरंत अपने डॉक्‍टर को बताएं। अगर डॉक्‍टर के पास दवा का कोई विकल्‍प नहीं मौजूद हो, तो उससे डोज़ घटाने को कहें। इस बात का आंकलन महिलाओं के लिए काफी कठिन होता है, लिहाजा उन्‍हें यह देखना होगा कि पहले की तुलना में वो चरम सीमा तक पहुंचने में कितना असहज महसूस करती हैं।
4. यदि पुरुषों में वीर्य की मात्रा में कमी दिखाई दे या लिंग की मांसपेशियों में तनाव बंद हो जाए या फिर महिलाओं की योनी खुश्‍क हो जाए, तो वो भी साइड इफेक्‍ट के कारण संभव है। ऐसा होने पर तुरंत अपने डॉक्‍टर को बताएं।
अंत में एक बात जो सबसे अहम है, वो यह कि दवाओं के साइड इफेक्‍ट हमेशा व्‍यक्ति से व्‍यक्ति पर निर्भर करते हैं। ऐसा जरूरी नहीं है, कि जो साइड इफेक्‍ट आप पर पड़ा है, वो दूसरों पर पड़े या फिर अगर कोई दूसरा आपसे शिकायत करे कि किसी विशेष दवा को खाने से उसकी सेक्‍स लाइफ प्रभावित हुई, तो एकदम से दवा बंद मत कर दें। डॉक्‍टर से सलाह लेकर ही कोई निर्णय लें। ये साइड इफेक्‍ट कुछ दिनों के लिए लिए भी हो सकते हैं।